दंपति की इच्छा होती है कि उनके घर में आने वाला नया सदस्य पुत्र ही हो। कुछ लोग पुत्र-पुत्री में भेद नहीं करते, ऐसे लोगों का प्रतिशत बहुत कम है। यदि आप पुत्र चाहते हैं या पुत्री चाहते हैं तो कुछ तरीके यहां दिए जा रहे हैं, जिन पर अमल कर उसी तरीके से सम्भोग करें तो आप कुछ हद तक अपनी मनचाही संतान प्राप्त कर सकते हैं-
* पुत्र प्राप्ति हेतु मासिक धर्म के चौथे दिन सहवास की रात्रि आने पर एक प्याला भरकर चावल का धोवन यानी मांड में एक नीबू का रस निचोड़कर पी जावें। अगर इच्छुक महिला रजोधर्म से मुक्ति पाकर लगातार तीन दिन चावल का धोवन यानी मांड में एक नीबू निचोड़कर पीने के बाद उत्साह से पति के साथ सहवास करे तो उसकी पुत्र की कामना के लिए भगवान को भी वरदान देना पड़ेगा। गर्भ न ठहरने तक प्रतिमाह यह प्रयोग तीन दिन तक करें, गर्भ ठहरने के बाद नहीं करें।
* गर्भाधान के संबंध में आयुर्वेद में लिखा है कि गर्भाधान ऋतुकाल (मासिक धर्म) की आठवीं, दसवीं और बारहवीं रात्रि को ही किया जाना चाहिए। जिस दिन मासिक ऋतु स्राव शुरू हो, उस दिन तथा रात को प्रथम दिन या रात मानकर गिनती करना चाहिए। छठी, आठवीं आदि सम रात्रियां पुत्र उत्पत्ति के लिए और सातवीं, नौवीं आदि विषम रात्रियां पुत्री की उत्पत्ति के लिए होती हैं अतः जैसी संतान की इच्छा हो, उसी रात्रि को गर्भाधान करना चाहिए।
* इस संबंध में एक और बात का ध्यान रखें कि इन रात्रियों के समय शुक्ल पक्ष यानी चांदनी रात (पूर्णिमा) वाला पखवाड़ा भी हो, यह अनिवार्य है, यानी कृष्ण पक्ष की रातें हों तो गर्भाधान की इच्छा से सहवास न कर परिवार नियोजन के साधन अपनाना चाहिए।
* शुक्ल पक्ष में जैसे-जैसे तिथियां बढ़ती हैं, वैसे-वैसे चन्द्रमा की कलाएं बढ़ती हैं। इसी प्रकार ऋतुकाल की रात्रियों का क्रम जैसे-जैसे बढ़ता है, वैसे-वैसे पुत्र उत्पन्न होने की संभावना बढ़ती है, यानी छठवीं रात की अपेक्षा आठवीं, आठवीं की अपेक्षा दसवीं, दसवीं की अपेक्षा बारहवीं रात अधिक उपयुक्त होती है।
* पूरे मास में इस विधि से किए गए सहवास के अलावा पुनः सहवास नहीं करना चाहिए, वरना घपला भी हो सकता है। ऋतु दर्शन के दिन से 16 रात्रियों में शुरू की चार रात्रियां, ग्यारहवीं व तेरहवीं और अमावस्या की रात्रि गर्भाधान के लिए वर्जित कही गई है। सिर्फ सम संख्या यानी छठी, आठवीं, दसवीं, बारहवीं और चौदहवीं रात्रि को ही गर्भाधान संस्कार करना चाहिए।
* गर्भाधान वाले दिन व रात्रि में आहार-विहार एवं आचार-विचार शुभ पवित्र रखते हुए मन में हर्ष व उत्साह रखना चाहिए। गर्भाधान के दिन से ही चावल की खीर, दूध, भात, शतावरी का चूर्ण दूध के साथ रात को सोते समय, प्रातः मक्खन-मिश्री, जरा सी पिसी काली मिर्च मिलाकर ऊपर से कच्चा नारियल व सौंफ खाते रहना चाहिए, यह पूरे नौ माह तक करना चाहिए, इससे होने वाली संतान गौरवर्ण, स्वस्थ, सुडौल होती है।
* गोराचन 30 ग्राम, गंजपीपल 10 ग्राम, असगंध 10 ग्राम, तीनों को बारीक पीसें, चौथे दिन स्नान के बाद पांच दिनों तक प्रयोग में लाएं, गर्भधारण के साथ ही पुत्र अवश्य पैदा होगा।
शक्तिशाली व गोरे पुत्र प्राप्ति के लिए—
गर्भिणी स्त्री ढाक (पलाश) का एक कोमल पत्ता घोंटकर गौदुग्ध के साथ रोज़ सेवन करे | इससे बालक शक्तिशाली और गोरा होता है | माता-पीता भले काले हों, फिर भी बालक गोरा होगा | इसके साथ सुवर्णप्राश की २-२ गोलियां लेने से संतान तेजस्वी होगी |
यदि आपकी संनात होती हो परन्तु जीवित न रहती हो तो सन्तान होने पर मिठाई के स्थान पर नमकीन बांटें। भगवान शिव का अभिषेक करायें तथा सूर्योदय के समय तिल के तेल का दीपक पीपल के पेड़ के पास जलायें, लाभ अवश्य होगा। मां दुर्गा के दरबार में सुहाग सामिग्री चढ़ाये तथा कुंजिका स्तात्र का पाठ करें तो भी अवश्य लाभ मिलेगा।
पुत्र प्राप्ति हेतु गर्भाधान का तरीका—–
पुराने आयुर्वेद ग्रंथों में पुत्र-पुत्री प्राप्ति हेतु दिन-रात, शुक्ल पक्ष-कृष्ण पक्ष तथा माहवारी के दिन से सोलहवें दिन तक का महत्व बताया गया है। धर्म ग्रंथों में भी इस बारे में जानकारी मिलती है।
यदि आप पुत्र प्राप्त करना चाहते हैं और वह भी गुणवान, तो हम आपकी सुविधा के लिए हम यहाँ माहवारी के बाद की विभिन्न रात्रियों की महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं।
* चौथी रात्रि के गर्भ से पैदा पुत्र अल्पायु और दरिद्र होता है।
* पाँचवीं रात्रि के गर्भ से जन्मी कन्या भविष्य में सिर्फ लड़की पैदा करेगी।
* छठवीं रात्रि के गर्भ से मध्यम आयु वाला पुत्र जन्म लेगा।
* सातवीं रात्रि के गर्भ से पैदा होने वाली कन्या बांझ होगी।
* आठवीं रात्रि के गर्भ से पैदा पुत्र ऐश्वर्यशाली होता है।
* नौवीं रात्रि के गर्भ से ऐश्वर्यशालिनी पुत्री पैदा होती है।
* दसवीं रात्रि के गर्भ से चतुर पुत्र का जन्म होता है।
* ग्यारहवीं रात्रि के गर्भ से चरित्रहीन पुत्री पैदा होती है।
* बारहवीं रात्रि के गर्भ से पुरुषोत्तम पुत्र जन्म लेता है।
* तेरहवीं रात्रि के गर्म से वर्णसंकर पुत्री जन्म लेती है।
* चौदहवीं रात्रि के गर्भ से उत्तम पुत्र का जन्म होता है।
* पंद्रहवीं रात्रि के गर्भ से सौभाग्यवती पुत्री पैदा होती है।
* सोलहवीं रात्रि के गर्भ से सर्वगुण संपन्न, पुत्र पैदा होता है।
व्यास मुनि ने इन्हीं सूत्रों के आधार पर पर अम्बिका, अम्बालिका तथा दासी के नियोग (समागम) किया, जिससे धृतराष्ट्र, पाण्डु तथा विदुर का जन्म हुआ। महर्षि मनु तथा व्यास मुनि के उपरोक्त सूत्रों की पुष्टि स्वामी दयानंद सरस्वती ने अपनी पुस्तक ‘संस्कार विधि’ में स्पष्ट रूप से कर दी है। प्राचीनकाल के महान चिकित्सक वाग्भट तथा भावमिश्र ने महर्षि मनु के उपरोक्त कथन की पुष्टि
पूर्णरूप से की है।
गर्भाधान मुहूर्त—–
जिस स्त्री को जिस दिन मासिक धर्म हो,उससे चार रात्रि पश्चात सम रात्रि में जबकि शुभ ग्रह केन्द्र (१,४,७,१०) तथा त्रिकोण (१,५,९) में हों,तथा पाप ग्रह (३,६,११) में हों ऐसी लग्न में पुरुष को पुत्र प्राप्ति के लिये अपनी स्त्री के साथ संगम करना चाहिये। मृगशिरा अनुराधा श्रवण रोहिणी हस्त तीनों उत्तरा स्वाति धनिष्ठा और शतभिषा इन नक्षत्रों में षष्ठी को छोड कर अन्य तिथियों में तथा दिनों में गर्भाधान करना चाहिये,भूल कर भी शनिवार मंगलवार गुरुवार को पुत्र प्राप्ति के लिये संगम नही करना चाहिये।
* पुत्र प्राप्ति हेतु मासिक धर्म के चौथे दिन सहवास की रात्रि आने पर एक प्याला भरकर चावल का धोवन यानी मांड में एक नीबू का रस निचोड़कर पी जावें। अगर इच्छुक महिला रजोधर्म से मुक्ति पाकर लगातार तीन दिन चावल का धोवन यानी मांड में एक नीबू निचोड़कर पीने के बाद उत्साह से पति के साथ सहवास करे तो उसकी पुत्र की कामना के लिए भगवान को भी वरदान देना पड़ेगा। गर्भ न ठहरने तक प्रतिमाह यह प्रयोग तीन दिन तक करें, गर्भ ठहरने के बाद नहीं करें।
* गर्भाधान के संबंध में आयुर्वेद में लिखा है कि गर्भाधान ऋतुकाल (मासिक धर्म) की आठवीं, दसवीं और बारहवीं रात्रि को ही किया जाना चाहिए। जिस दिन मासिक ऋतु स्राव शुरू हो, उस दिन तथा रात को प्रथम दिन या रात मानकर गिनती करना चाहिए। छठी, आठवीं आदि सम रात्रियां पुत्र उत्पत्ति के लिए और सातवीं, नौवीं आदि विषम रात्रियां पुत्री की उत्पत्ति के लिए होती हैं अतः जैसी संतान की इच्छा हो, उसी रात्रि को गर्भाधान करना चाहिए।
* इस संबंध में एक और बात का ध्यान रखें कि इन रात्रियों के समय शुक्ल पक्ष यानी चांदनी रात (पूर्णिमा) वाला पखवाड़ा भी हो, यह अनिवार्य है, यानी कृष्ण पक्ष की रातें हों तो गर्भाधान की इच्छा से सहवास न कर परिवार नियोजन के साधन अपनाना चाहिए।
* शुक्ल पक्ष में जैसे-जैसे तिथियां बढ़ती हैं, वैसे-वैसे चन्द्रमा की कलाएं बढ़ती हैं। इसी प्रकार ऋतुकाल की रात्रियों का क्रम जैसे-जैसे बढ़ता है, वैसे-वैसे पुत्र उत्पन्न होने की संभावना बढ़ती है, यानी छठवीं रात की अपेक्षा आठवीं, आठवीं की अपेक्षा दसवीं, दसवीं की अपेक्षा बारहवीं रात अधिक उपयुक्त होती है।
* पूरे मास में इस विधि से किए गए सहवास के अलावा पुनः सहवास नहीं करना चाहिए, वरना घपला भी हो सकता है। ऋतु दर्शन के दिन से 16 रात्रियों में शुरू की चार रात्रियां, ग्यारहवीं व तेरहवीं और अमावस्या की रात्रि गर्भाधान के लिए वर्जित कही गई है। सिर्फ सम संख्या यानी छठी, आठवीं, दसवीं, बारहवीं और चौदहवीं रात्रि को ही गर्भाधान संस्कार करना चाहिए।
* गर्भाधान वाले दिन व रात्रि में आहार-विहार एवं आचार-विचार शुभ पवित्र रखते हुए मन में हर्ष व उत्साह रखना चाहिए। गर्भाधान के दिन से ही चावल की खीर, दूध, भात, शतावरी का चूर्ण दूध के साथ रात को सोते समय, प्रातः मक्खन-मिश्री, जरा सी पिसी काली मिर्च मिलाकर ऊपर से कच्चा नारियल व सौंफ खाते रहना चाहिए, यह पूरे नौ माह तक करना चाहिए, इससे होने वाली संतान गौरवर्ण, स्वस्थ, सुडौल होती है।
* गोराचन 30 ग्राम, गंजपीपल 10 ग्राम, असगंध 10 ग्राम, तीनों को बारीक पीसें, चौथे दिन स्नान के बाद पांच दिनों तक प्रयोग में लाएं, गर्भधारण के साथ ही पुत्र अवश्य पैदा होगा।
शक्तिशाली व गोरे पुत्र प्राप्ति के लिए—
गर्भिणी स्त्री ढाक (पलाश) का एक कोमल पत्ता घोंटकर गौदुग्ध के साथ रोज़ सेवन करे | इससे बालक शक्तिशाली और गोरा होता है | माता-पीता भले काले हों, फिर भी बालक गोरा होगा | इसके साथ सुवर्णप्राश की २-२ गोलियां लेने से संतान तेजस्वी होगी |
यदि आपकी संनात होती हो परन्तु जीवित न रहती हो तो सन्तान होने पर मिठाई के स्थान पर नमकीन बांटें। भगवान शिव का अभिषेक करायें तथा सूर्योदय के समय तिल के तेल का दीपक पीपल के पेड़ के पास जलायें, लाभ अवश्य होगा। मां दुर्गा के दरबार में सुहाग सामिग्री चढ़ाये तथा कुंजिका स्तात्र का पाठ करें तो भी अवश्य लाभ मिलेगा।
पुत्र प्राप्ति हेतु गर्भाधान का तरीका—–
पुराने आयुर्वेद ग्रंथों में पुत्र-पुत्री प्राप्ति हेतु दिन-रात, शुक्ल पक्ष-कृष्ण पक्ष तथा माहवारी के दिन से सोलहवें दिन तक का महत्व बताया गया है। धर्म ग्रंथों में भी इस बारे में जानकारी मिलती है।
यदि आप पुत्र प्राप्त करना चाहते हैं और वह भी गुणवान, तो हम आपकी सुविधा के लिए हम यहाँ माहवारी के बाद की विभिन्न रात्रियों की महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं।
* चौथी रात्रि के गर्भ से पैदा पुत्र अल्पायु और दरिद्र होता है।
* पाँचवीं रात्रि के गर्भ से जन्मी कन्या भविष्य में सिर्फ लड़की पैदा करेगी।
* छठवीं रात्रि के गर्भ से मध्यम आयु वाला पुत्र जन्म लेगा।
* सातवीं रात्रि के गर्भ से पैदा होने वाली कन्या बांझ होगी।
* आठवीं रात्रि के गर्भ से पैदा पुत्र ऐश्वर्यशाली होता है।
* नौवीं रात्रि के गर्भ से ऐश्वर्यशालिनी पुत्री पैदा होती है।
* दसवीं रात्रि के गर्भ से चतुर पुत्र का जन्म होता है।
* ग्यारहवीं रात्रि के गर्भ से चरित्रहीन पुत्री पैदा होती है।
* बारहवीं रात्रि के गर्भ से पुरुषोत्तम पुत्र जन्म लेता है।
* तेरहवीं रात्रि के गर्म से वर्णसंकर पुत्री जन्म लेती है।
* चौदहवीं रात्रि के गर्भ से उत्तम पुत्र का जन्म होता है।
* पंद्रहवीं रात्रि के गर्भ से सौभाग्यवती पुत्री पैदा होती है।
* सोलहवीं रात्रि के गर्भ से सर्वगुण संपन्न, पुत्र पैदा होता है।
व्यास मुनि ने इन्हीं सूत्रों के आधार पर पर अम्बिका, अम्बालिका तथा दासी के नियोग (समागम) किया, जिससे धृतराष्ट्र, पाण्डु तथा विदुर का जन्म हुआ। महर्षि मनु तथा व्यास मुनि के उपरोक्त सूत्रों की पुष्टि स्वामी दयानंद सरस्वती ने अपनी पुस्तक ‘संस्कार विधि’ में स्पष्ट रूप से कर दी है। प्राचीनकाल के महान चिकित्सक वाग्भट तथा भावमिश्र ने महर्षि मनु के उपरोक्त कथन की पुष्टि
पूर्णरूप से की है।
गर्भाधान मुहूर्त—–
जिस स्त्री को जिस दिन मासिक धर्म हो,उससे चार रात्रि पश्चात सम रात्रि में जबकि शुभ ग्रह केन्द्र (१,४,७,१०) तथा त्रिकोण (१,५,९) में हों,तथा पाप ग्रह (३,६,११) में हों ऐसी लग्न में पुरुष को पुत्र प्राप्ति के लिये अपनी स्त्री के साथ संगम करना चाहिये। मृगशिरा अनुराधा श्रवण रोहिणी हस्त तीनों उत्तरा स्वाति धनिष्ठा और शतभिषा इन नक्षत्रों में षष्ठी को छोड कर अन्य तिथियों में तथा दिनों में गर्भाधान करना चाहिये,भूल कर भी शनिवार मंगलवार गुरुवार को पुत्र प्राप्ति के लिये संगम नही करना चाहिये।
पुत्र प्राप्ति के लिए स्त्री की माहवारी का आना चांदनी रातों में ठीक होता है या अँधेरी रातों में।
जवाब देंहटाएंऐसा कुछ नही है दोनों पक्ष्य ही पुत्र दे सकते है,बशर्ते आपकी कुंडली मे महादशा जिस ग्रह की चाल रही हो वो पुरुष वाचक हो।
हटाएं4 2 21
हटाएं28जुन को सुबह 4 बजे माहवारी आया है किस दिन सम्भोग करने पर लडका होगा
हटाएंलड़का कौन से दिन पैदा करना चाहिए शुभ मुहूर्त
हटाएंHame pahle se 2 ladkiya hai ab ladka hoga kya
जवाब देंहटाएंग्रह स्थिति देख कर ही पता चलेगा
हटाएंHame pahle se 2 ladkiya hai ab ladka hoga kya
जवाब देंहटाएंमेरी पत्नी को 7 सितंबर को 5 बजकर 54 मिनट पर pirid सुरु हुए है पुत्र प्राप्ति के लिए किस दिन सम्भोग उचित होगा कृपया बताये हमे पहले दो पुत्री भी है
जवाब देंहटाएंPls ap .....even days mai try kare ........jaise 1 Tarik ko periods aye h to ......1234 ko ni karna fir 6 ko Karo 8 ko Karo 10 vhi rat ko Karo
हटाएंमेरी पत्नी को 7 सितंबर को सुबह 5 बजकर 54 मिनट पर pirid सुरु हुए है पुत्र प्राप्ति के लिए किस दिन सम्भोग उचित होगा कृपया बताये हमे पहले दो पुत्री भी है
जवाब देंहटाएंउत्तर दें
Pahle se hme do putri h putra hoga
हटाएंKonse paksh me sambandh banane se putra prapt hota he
जवाब देंहटाएंKrusna paksh ya fir sukla paksh
Putra parpti k liye shukla paksh hota hai ya krishna pasha
जवाब देंहटाएंशुक्ल पक्ष मित्र
हटाएंव्यास जी मेरी पत्नी को 26 अक्तूबर को माहवारी शुरु हुई और हमने 6 नवंबर को सहवास किया ।।।
जवाब देंहटाएंतो आपके अनुमान से क्या होना चाहिये पुत्र या पुत्री। ।।
और अगर कृष्ण पक्छ मे गर्भाधान हौ जाय तो संतान केसे विचारों वाली होगी ।।
कृपया मार्गदर्शन करें ।।
आपकी व आपकी पत्नी की कुंडली देख कर सटीक उत्तर दिया जा सकता है
हटाएंआपको कुंडली केसे दे सकता हूँ।
हटाएंअपना ईमेल पता बताईए। ।
vyasravi356@gmail.com par send kare ya
हटाएं9782316887 par whatsapp kare
Guri ji meri pehele se 2 betiya hai mughe ek beta chahiye hum kiya kare
हटाएंमेरी पत्नी को २३ मई को पीरियड हुआ और ३० मई से गरभ ठहरा कृषण पक्ष की रात को तो क्या होगा हमे पहले से एक लडकी है
जवाब देंहटाएंApko ladka hua ya ladki krishn paksh mey please bataiy mai bahut parysan hoon kya sach k ki krishna paksh mey ladka nhi hota mujhy batao please
हटाएंAisa kuch nhi
हटाएंMeri patni Ko 26th Nov Ko period start hua .Hme Putra prapti k liye kab try krna chahiye? Kripya maargdarshan karein.
जवाब देंहटाएंMeri patni ko 8disembar ko period huaa tha hame Putra prapti ke liye kab try karna chahiye kripya maargdarshan Karne ki kripya kare
जवाब देंहटाएंमेरी पत्नी को 19 दिसंबर शनिवार को सुबह 4 बजे माहवारी आया है,पुत्र प्राप्ति के लिए कब संसर्ग करें कृपया मार्गदर्शन दें।
जवाब देंहटाएंमेरी पत्नी को 19 दिसंबर बुधवार को सुबह 4 बजे माहवारी आया है,पुत्र प्राप्ति के लिए कब संसर्ग करें कृपया मार्गदर्शन दें।
जवाब देंहटाएंUper likha Gaya hai sukl pachh hona chahiye agar krisn pachh me Kiya Jaye to putra kaise bicharo Wala hota hai
जवाब देंहटाएंसही कहा आपने लेकिन पुत्र की प्राप्ति केवल शुक्ल पक्ष्य में ही नही हो सकती है बल्कि कृष्ण पक्ष्य में भी पुत्र पैदा होते है।ऊपर वाले प्रयास जब करे जब आप पूरी तरह निराश हो चुके हो।वरना आप अपनी कुंडली दिखा कर जान सकते है कि क्या पैदा होगा?
हटाएंSukla pachh aur krisn pachh ke santano me Kya different hota hai
जवाब देंहटाएंशुक्ल पक्ष्य वाले बच्चे गौर वर्ण,हर कार्य को जल्दी सीखने वाले,तेजस्वी होते है व कृष्णा पक्ष्य वाले बच्चे चतुर,मायावी,श्याम वर्ण वाले होते है।लेकिन ऐसा हर बार हो कोई जरूरी नही है।बाकी चीजे कुंडली मे ग्रहो की स्थिति पर निर्भर करती है।
हटाएंमेरी पत्नी को 10 दिसम्बर की रात को माहवारी शुरू हुई तो मैंने 24 दिसम्बर को संबंध बनाए, कृष्ण पक्ष भी चल रहा है तो बताएँ कि पुत्र होने की संभावना है क्या ?
जवाब देंहटाएंमेरी पत्नी को 10 दिसम्बर की रात को माहवारी शुरू हुई तो मैंने 24 दिसम्बर को संबंध बनाए, कृष्ण पक्ष भी चल रहा है तो बताएँ कि पुत्र होने की संभावना है क्या ?
जवाब देंहटाएंमेरी पत्नी को 10 दिसम्बर की रात को माहवारी शुरू हुई तो मैंने 24 दिसम्बर को संबंध बनाए, कृष्ण पक्ष भी चल रहा है तो बताएँ कि पुत्र होने की संभावना है क्या ?
जवाब देंहटाएंमेरी जन्मतिथि 14/10/1989 है मेरी पत्नी को 14 तारीख को माहवारी हुई तो कब सम्भोग करूँ की लडका हो पहले से दो लडकिया है
जवाब देंहटाएंHello vyas ji..aap kundali free dekhte hai ya iske koi charges lete hai
जवाब देंहटाएंKya ye sach hai ki shukla paksh me hi ladke hote hai or krishan paksh me ladkiya..meri ek beti hai jab usne garbh dharan kiya tha to us time krishna paksh me kiya tha..
जवाब देंहटाएंAgar mahawari ki athavi raat 20 april 2019 ko pd rhi hai par usi din krishna paksh lg rha h to kya usse putra prapti nahi hogi???
जवाब देंहटाएंMere periods 15 April Ko aaye the ..2 may Ko humne smbandh bnaye ...Krishan paksh ...ladka hoga ya ladki ..mere phle beti h
जवाब देंहटाएं15 may ko din m 1 bje period start hue to hme sambhog kb krna hoga taki putra prapti ho ske
जवाब देंहटाएं21 दिन के छोटे चक्र वाली महिलाओं ko putra prapti k liye kaunsa din sex karna chaiye.
जवाब देंहटाएं9782316887 पर सम्पर्क करें।उचित समाधान किया जाएगा।
जवाब देंहटाएंमेरी पत्नी को 4 jun 2019 को 3.30 pm पर पीरियड शुरू हुआ है तो पुत्र प्राप्ति के लिए कब संभोग करना चाहिए l
जवाब देंहटाएंमेरी पत्नी को 4 jun 2019 को 3.30 pm पर पीरियड शुरू हुआ है तो पुत्र प्राप्ति के लिए कब संभोग करना चाहिए l
जवाब देंहटाएंउत्तर दे
जवाब देंहटाएंMeri LMP date 25march 2019h muje btay ldka hoga ya ldki.d.o.b 20jan 1993
जवाब देंहटाएंNamaste Guru hi,Deepika- DOB-31-12-1984, Time 1:15pm, place -Delhi, HUSBAND KUNDLI UTTAM- 18-09-1979, Time-11:15pm, Place- Uttrakhanad(srinagar) hamara bhi maargdarshan kijiye..meri LMP 4-10-2019 raat 10 baje aaye.. putra prapti ka time bataye.
जवाब देंहटाएंMeri ek beti hai ek beta chaiye... Shukl paksh me try kre to sambhav hai?
जवाब देंहटाएंHum 3 bhaiyeo ki 5 betiya hai.....putar prapti ka koi upay?
जवाब देंहटाएंMne 9 december ko sex kiya tha mujhe lg rha h ki m pregnnt hoon kya hoga ldka ya ldki
जवाब देंहटाएं11
जवाब देंहटाएंMere pirioud 7 January ko subah 7 am ko huaa Mene 20 January ko subah 7 baje sex kiya ab muje kya Hoga ladka ya ladki
जवाब देंहटाएं9782316887 par sampark kare
जवाब देंहटाएंSend no my mail id
जवाब देंहटाएं19 फरवरी 11.30 am पिरेड सुरू हुवा हे पुत्र प्राप्ति केलीय कोणसी तारीख आतिहे
जवाब देंहटाएं25 march subh ko hue the putra k liye kya dates sahi hai
जवाब देंहटाएंMeri date 2 Feb ko thi ab m pregnant hu ise phle 2 br miscarriage ho gya tha plz btaye sb achha hoga aur boy hoga y girl
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंमुझे लडका चाहिए , मे क्या करू।
जवाब देंहटाएंमुझे लडका चाहिए , मे क्या करू।
जवाब देंहटाएंKachche chawal ka dhovan lena hai ya pake chawal ka
जवाब देंहटाएंMughe phile do ladki hal place bataiee mughladka kab hoga
जवाब देंहटाएंMeri 2 ladki ho gyi hai es bar ladka Ho bataiye kese hoga please please please please please please please 7652037653 mera no hai please jisko eske bare me jankari ho jaroor bataye mere no. Please
जवाब देंहटाएं5,6,20,piriyad,aay17,6,20ko,sahwah,Hu,Kiya,ladki hogi ya ladka plis,sr
जवाब देंहटाएंMujhe 30/09/2020 ko period 4:30sham ko aaya mujhe putra prapti ke liye kab try karna chahiye.reply plz
जवाब देंहटाएंmujhe aaj 15/10/2020 ko time aaya to putra prapti date kaise nikale mari date of birth 7/3/1985 time morning 8.15 birth place jhunjhunu village dhamora
जवाब देंहटाएंHello
जवाब देंहटाएंMere pas 2 ladkiya h kya karu ki ladka ho
जवाब देंहटाएंPunam wief ashis
जवाब देंहटाएं9782316887 पर सम्पर्क करें।मेरी फीस जमा कराए।उचित समाधान किया जाएगा।
हटाएं12 Dec ko mere time aaya tha 25 December ko consive hua h 12 January ko time meh aaya to beta j ya beti muje beti chaiye please batao
जवाब देंहटाएंBatayi ye guruji
हटाएंRam ram guru ji kya putar prapti k liye chandni rat dekhe ya adher me b kr skte hai mere pass 5 year ki beti hai
जवाब देंहटाएंनमस्कार गुरु जी
जवाब देंहटाएंमुझे आखरी पीरियड 20 अक्टूबर 2020 को आया था मैं अभी प्रेग्नेंट हूं क्या आप बता सकते हैं कि मुझे बेटा होगा या बेटी?
Meet date 31dec K9 aayi nhi kya mjhe ldka hoga phle mere pas2 betiyan h
जवाब देंहटाएंMeri date 31 Dec K9 aayi thi kya mjhey ldka hoga phle mjhe 2 betiyan h
जवाब देंहटाएंव्यास जी हमें अठारह वे दिन गर्भ में आई लडकी हुई और आठवें दिन दिन की भी लडकी हुई
जवाब देंहटाएं26 march ko piriyed huye putr parti k liye date btaye
जवाब देंहटाएं25 march ko period hui putra prapti k liye date btaye..
जवाब देंहटाएंMera period 15 April ki subh 5 bje Aya outta ke liye date btaye
जवाब देंहटाएंSir me bhut presan hu please mujhe ldka ho jaye eska upaye btao plzzz mere phle ki baby girl h 19 fev 2019 ko morning me 8.37m pr dimpal baby hue or es bar me fir pegnet ho ge 14 Apr 2021 ko plzzz mujhe yh btao mujhe ldka ho ldka hoga ya ldki
जवाब देंहटाएंSir meri patni ka peeriyat 19/5/21 ko aaya tha to 12 be din sambandh banaya tha or krashna pakchha chal raha tha 4th tha usdin to putra prapti ke awsar banete he kya....... Aap hame batate pleash
जवाब देंहटाएंSar meri patni ka period 15 June Ko Raat mein 2 baje aaya tha Tak kab ham sambandh banaenge ki ladka hoga
हटाएंपुत्र प्राप्ति का अचूक उपाय
जवाब देंहटाएंMere wife ka period 9.7.21ko amavasya ko 1,2pm pr aaya hi y btayki shukla paksha ka kon sa din putra prapti k ly try kre ek daughter hi mere
जवाब देंहटाएंSar mara period 16 july koi aaya tha ab putra prapti ke liye kb sambandh banaye. Mari date of birth date 7-3-1985 h plz javab de.
जवाब देंहटाएंप्रणाम गुरु जी 27/11/21को 8.30पर मासिक धर्म आया है मेरे दो पुत्रियां हैं मैं लड़का चाहता हुं। कब संबंध बनाए जिससे कि लड़का पैदा हो कृपया गुरु जी बताए
जवाब देंहटाएं27/11/21मासिक आया है तो कब संबंध बनाए जाने चाहिए पुत्र प्राप्ति के लिए गुरु जी बताए
जवाब देंहटाएंMy Wife concived in shukla paksha. tell me what we have baby boy or girl
जवाब देंहटाएंMuj 2march subh 8 bj periods aaye thy ab putra cahue
जवाब देंहटाएंआपका बहुत बहुत धन्यवाद आपने इतना अच्छा ब्लॉग लिखा...1 दिन में कितनी बार करना चाहिए?
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआपका आदर करने के लिए शुक्रिया! आपकी रचना वाकई मनोहर है। Ayurvedic Energy Booster Capsules
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जवाब देंहटाएंमेरे पीरियडस 16 dec ko raat ko aaye us hisaab seh abhi 27 ko 12 din horaha hein per us din Purnima hein Purnima ko toh sahi nahi mana jata na physical hone k liye
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