गुरुवार, 8 मार्च 2018

बहुत प्राचीन विधि - ताश के पत्तों से भविष्यफल

ज्योतिष मे ताश के पत्ते :मनुष्य के जीवन में क्या क्या घटित हो रहा है, या क्या क्या घ टित होगा, अच्छा होगा या बुरा होगा, मेरी समस्या का समाधान होगा या नहीं, ऐसे अनेक प्रश्न जीवन के प्रत्येक पल में सामने होते है सभी को ज्ञान है कि जो भी होगा ईश्वर की इच्छा अनुसार होगा फिर भी तीव्र जिज्ञासा भविष्य को जानने की होती है भविष्य को जाननेकी अनेको विधियां हमारे समक्ष है. किसी का विश्वास कहीं पर है तो किसी का किसी दूसरी विद्या पर है भविष्य जानने की इच्छा सभी में प्रबल होती है उन्ही विद्याओ में ताश का भी महत्वपूर्ण स्थान है जिसे हम अपना टाइम पास करने के लिए प्रयोग करते है। कुछ जादू के प्रयोग से भी मनोरंजन करते है.। ताश के बावन पत्ते और एक जोकर इसी प्रकार से साल मे बावन सप्ताह. ताश के पत्तों से भविष्यफल-----

1-हूकुम, 2-पान,3-ईंट,
4- चिड़िया!
 ताश के पत्तों से भविष्य जानने की विधि---

 ताश के पत्तों से भविष्य जानने के लिए 32 पत्तों की आवश्यकता होती है! ताश के 52 पत्तों में से 20 पत्ते निकाल दें! 2,3,4,5,6 हूकुम के, इसी प्रकार 5
ईंट के, 5 पान के और 5 चिड़िया के पत्ते
 पत्ते निकाल देने पर 32 पत्ते रह जायेंगे [राजा, रानी, गुलाम, एक्का 7,8,9,10]

1-हूकुम के पत्तों से साधारण बीमारी, चिंता, धन, हानि और प्रेम में धोखा जानना।
2-ईंट के पत्तों से महत्वाकांक्षा और पूर्ति, धन का आना और विभिन्न 2 कार्य-क्षेत्रों में मिलाने वाली सफलता का पता चलता है।
3-पान के पत्ते से कार्यक्षेत्र की अच्छे समाचार,
उद्यमशीलता, प्यार, प्यार में सफलता, विवाह
आदि का पता चलता है।
4-चिड़िया के पत्तों से भाग्यशाली समझा जाता है! उद्यम के क्षेत्र में सफलता का ज्ञान होता है। प्रत्येक पते के रंग और अंक का अर्थ और विशेषता अलग
अलग होता है।

 प्रयोग विधि--ताश की 32
पत्तों वाली गड्डी को अच्छी तरह से फेंट कर अपने
बाएं हाथ काट लिजये और अलग किये पत्तों के सबसे
निचे वाले पत्ते को देखिये और उसको निकाल कर बांये
तरफ मेज पर रख दें। अब बाकी बची हुई गड्डी में से ऊपर के 6 पत्ते निकाल दें व 7 पत्ते को देखें, इस 7वे पत्ते को पहले निकाले हुये पत्ते के दाहिनी ओर रख दें।

पहला पता चारों ओर की परिस्थितियों के बारे में
बताता है
और दूसरा निकाला पत्ता प्रश्न के उत्तर
बताता है। दूसरे पत्ते के द्वारा जातक की भविष्यावानी होती है।
याद रहे अगर पत्ते दोनों एक समान हो तो भविष्य बहुत अच्छा समझा जाता है।

हूकुम राजा---हूकुम का राजा एक काला व्यक्ति,
एक शिक्षित व्यक्ति, जंगल, चकित्सक, लेखक और
कलाकार हो।
हूकुम की रानी--एक काली स्त्री, विधवा,एक
प्रतिष्ठित स्त्री, प्रतिष्टित पेशे से जुडी हुई स्त्री।
हूकुम का गुलाम--काला जातक, अविवाहित,
संदेशवाहक,गंवार, चापलूस।
हूकुम का 10--आंसू, अप्रसंता, ईर्ष्या,सगाई,या विवाह
का अचानक टूट जाना।
हूकुम का 9--मृत्यु का समाचार, किसी रिश्तेदार
या मित्र से सम्बंधित शोक।
हुकुम का 8--बीमारी, बुद्धिमता की कमी,
बुरा समाचार, उदासी।
हूकुम का 7--अत्यधिक आशा, आशा, अच्छा भविष्य,
प्रसंता।
ईक्का--दस्तावेज, परित्यक्त।

ईंट के पत्ते--
राजा--विवाह, निष्ठावान, उच्च पद प्रतिष्ठित,
गौरवर्ण जातक,।
रानी--हलके वालों वाली स्त्री, छोटे शहर
का निवासी, गप्पबाजी, अकीर्ति।
गुलाम--नीच जाती का गौरवर्ण व्यक्ति, संदेशवाहक,
अविश्वासी मित्र।
ईक्का--एक चट्ठी या दस्तावेज की प्राप्ति,
चिंता का कारण।
10--सोना, चांदी, पानी, समुद्र, एक यात्रा, स्थान
परिवर्तन।
9--जीत, प्रसन्ता, विजय, एकता, सामंजस्य, कार्य,
उपहार।
8--गौरवर्ण की स्त्री से विशेष लगाव, सफलतापूर्वक
उत्तरदायित्व का निर्वाह, भोजन।
7--वर्तमान में दृढ़ता, सुखद समाचार, आनन्दित होने
और हंसाने-हंसाने का समय।

पान के पत्ते--
राजा-- हलके वालों वाला पुरुष, एक वकील,एक
प्रतिष्ठित मित्र, उदार व्यक्ति।
रानी--हलके वालों वाली स्त्री, विश्वासी मित्र,
भद्र स्त्री, मित्रों से मुलाक़ात।
गुलाम-- हलके वालों वाला अविवाहित व्यक्ति,
वर्दी में एक युवा अधिकारी, एक यात्री, प्रेम पत्र के
प्रति गंभीर।
ईक्का--धर, उत्सवी,माहौल, एक प्रेम पत्र, रुचिपूर्ण
बातचीत।
रुपियों से भरी थैली, अत्यधिक संपतिशाली।
10--शहर, ईर्षालू, व्यक्ति, नासमझ।
9-- जीत, प्रसंता, विजय, एकता, सामंजस्य,कार्य,
उपहार।
8--गौरवर्ण की स्त्री से विशेष लगाव, सफलता पूर्वक
उत्तरदायित्व का निर्वाह, भोजन।
7--वर्तमान में दृढ़ता, सुखद समाचार, आनंदित होने और हंसाने का समय।

चिडी के पत्ते--
राजा-- गौरवर्ण का जातक, स्पष्टवादी, खुले
विचारों वाला, अच्छा मित्र, विश्वासी, निर्भर,
ईमानदार और गुणी।
रानी--भूरे वालों वाली स्त्री, बातूनी, स्नेहदिल,
तुनकमिजाज, प्रेमी।
गुलाम-- काला या भोंडा जातक, अविवाहित
व्यक्ति, एक प्रेमी, उद्मशील, छलप्रेमी।
ईक्का--रुपियों से भरी थैली, अत्यधिक संपतिशाली।
10-- घर, भविष्य, प्रसिद्धि, भाग्यवान,
सफलता,प्रत्येक कार्य में भाग्यशाली।
9--खुद के धन को गिरवी रखना, साजोसामान, चल-
सम्पति, एक नासमझ, लापरवाह।
8--गौरवर्ण स्त्री से विशेष लगाव, खुश रखने की कला,
छोटी आयु में प्यार होना।
7--नकदी की कमी, पुराने कर्ज का भुगतान, एक
छोटा बच्चा, छोटे निवेश करेगा।

इस शकुन ज्योतिष (ताँस के पत्ते) द्वारा ...कुछ दिनों के अभ्यास से सहजता से भविष्य फल करने लगेंगे।।

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