ग्रहों की दृष्टि कौन-कौन सी है क्या सभी ग्रह अपने स्थान से सप्तम स्थान को और गुरु सप्तम के अलावा पंचम और नवम, मंगल चतुर्थ व अष्टम, शनि तृतीय व दशम को स्थान को देखते हैं अन्य किसी स्थान को नही?
चलिए चर्चा करते हैं कि कौन ग्रह अपने स्थान से किन-किन भावों को व कितनी दृष्टि से देखते हैं:-
ग्रहों की दृष्टियाँ:-
सभी ग्रह अपने स्थान से (स्थित भाव स्थान से) तृतीय व दशम स्थान पर एक पाद मतलब चतुर्थांश मतलब २५% की दृष्टि से देखते हैं इसी प्रकार सभी ग्रह नवम व पंचम स्थान को द्विपाद अर्थात आधी दृष्टि मतलब ५०% दृष्टि से, चतुर्थ व अष्टम स्थान को त्रिपाद अर्थात तीन चौथाई मतलब ७५% दृष्टि से एवं सप्तम स्थान को पूर्ण दृष्टि मतलब १००% अर्थात संपूर्ण दृष्टि से देखते हैं।
यह पाद वृद्धिक्रम से दृष्टि ग्रह दृष्टिफल को भी क्रमशः चतुर्थांश फल, अर्द्ध फल, तीन चौथाई व पूर्ण फल प्रदान करते हैं अर्थात ३-१० स्थान में ग्रह दृष्टि से १/४ फल, ५-९ स्थान में १/२ फल, ४-८ स्थान में ३/४ फल व ७ स्थान में ग्रह पूर्ण दृष्टि से पूर्ण फल प्राप्त होता है।
विशेष दृष्टि:-
शनि अपने स्थान से ३, १० स्थान पर पूर्ण दृष्टि करता है, गुरु अपने स्थान से ५, ९ स्थान पर पूर्ण दृष्टि करता है, मंगल अपने स्थान से ४, ८ स्थान पर पूर्ण दृष्टि करता है और सूर्य, चंद्र, बुध व शुक्र अपने स्थान से कलत्र स्थान (७ स्थान) पर पूर्ण दृष्टि करते हैं।
चलिए चर्चा करते हैं कि कौन ग्रह अपने स्थान से किन-किन भावों को व कितनी दृष्टि से देखते हैं:-
ग्रहों की दृष्टियाँ:-
सभी ग्रह अपने स्थान से (स्थित भाव स्थान से) तृतीय व दशम स्थान पर एक पाद मतलब चतुर्थांश मतलब २५% की दृष्टि से देखते हैं इसी प्रकार सभी ग्रह नवम व पंचम स्थान को द्विपाद अर्थात आधी दृष्टि मतलब ५०% दृष्टि से, चतुर्थ व अष्टम स्थान को त्रिपाद अर्थात तीन चौथाई मतलब ७५% दृष्टि से एवं सप्तम स्थान को पूर्ण दृष्टि मतलब १००% अर्थात संपूर्ण दृष्टि से देखते हैं।
यह पाद वृद्धिक्रम से दृष्टि ग्रह दृष्टिफल को भी क्रमशः चतुर्थांश फल, अर्द्ध फल, तीन चौथाई व पूर्ण फल प्रदान करते हैं अर्थात ३-१० स्थान में ग्रह दृष्टि से १/४ फल, ५-९ स्थान में १/२ फल, ४-८ स्थान में ३/४ फल व ७ स्थान में ग्रह पूर्ण दृष्टि से पूर्ण फल प्राप्त होता है।
विशेष दृष्टि:-
शनि अपने स्थान से ३, १० स्थान पर पूर्ण दृष्टि करता है, गुरु अपने स्थान से ५, ९ स्थान पर पूर्ण दृष्टि करता है, मंगल अपने स्थान से ४, ८ स्थान पर पूर्ण दृष्टि करता है और सूर्य, चंद्र, बुध व शुक्र अपने स्थान से कलत्र स्थान (७ स्थान) पर पूर्ण दृष्टि करते हैं।
मेरा जन्म 09/04/1991 को रात में 10:10 पर Varanasi में हुआ है गुरुजी मेरी कुंडली के ग्रहों के बारे कुछ बताइए गुरुजी
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