बुधवार, 14 फ़रवरी 2018

कमजोर शनि के कारण,परिणाम और उपाय

आज इस नए लेख के माध्यम से मै आपको "कमजोर शनि ग्रह,उसके परिणाम और उपाय पर संक्षिप्त जानकारी दूँगा।

*पहले ये जानते है कि किन परिस्थितियों में शनि कमजोर होता है:-

*शनि यदि मेष,वृश्चिक,सिंह या कर्क राशि में हो तो कमजोर माना जाता है क्योकि ये तीनो राशि उसकी शत्रु राशियाँ है। यहाँ ये मानकर चलना होगा की मेष राशि में शनि का नीचभंग ना हो रहा हो या नवमांश में शनि उच्च राशि में ना हो,नही तो हम जिन परिणामो की चर्चा करेगे वो नीचभंग वाले शनि पर लागू नही होगे:-

*यदि कुंडली में शनि,मजबूत सूर्य या मंगल के साथ युति में हो और कम से कम 6° का अंतर हो तब द्वंदयुद्ध(Planetary War) की स्थिति बन जाती है और ऐसी अवस्था में शनि कमजोर पड़ जाता है॥

*शनि यदि कुंडली में राहू-केतु के नकारात्मक प्रभाव से पीड़ित हो तो शनि कमजोर माना जाता है॥

अब जानते है कमजोर शनि के परिणाम:-

*कमजोर शनि सबसे पहले जातक के जीवन में आलस्य की मात्रा को बहुत बड़ा देता है।जातक अनुशासनहीन और अव्यवस्थित जीवन जीता है।

कमजोर शनि के कुछ उदाहरण:-

*1.गृहणिया बर्तन धोना या कपडे धोने का काम सुबह से शाम पर टालती हैं।

*2.बच्चे होमवर्क अंतिम समय में करते है या परीक्षा के 1 दिन पहले किताब खोलकर उसका श्रीगणेश करते है।

*3.पुरुष ज्यादातर ऑफिस लेट जाते है,कामचोरी करते है,बाल-नाख़ून-दाढ़ी साफ़ करने का समय नही निकाल पाते।

*कमजोर शनि जातक की एकाग्रता को बहुत कम कर देता है साथ ही जातक को लक्ष्यविहीन बना देता है अर्थात जातक जीवन के मकसद को ही भूल जाता है।

*कमजोर शनि से घर की मशीनरी एक के बाद एक अचानक ख़राब होने लगती है जैसे घडी बंद पड़ जाना,Iron ख़राब हो जाना,पंखा ख़राब होना आदि।

*कमजोर शनि जातक को बहुत जल्दी कर्ज में डुबा देता है और ये कर्ज जल्दी नही चुकता।जातक को काफी संघर्ष और लम्बे अंतराल के बाद ये कर्ज से छुटकारा मिलता है।

*कमजोर शनि से आपके अधिनस्थ कर्मचारी या नौकर आपके विरुद्ध हो जाते है।आपको उनसे संबंधित कष्ट मिलते है जैसे पूरे स्टाफ ने मिलकर आपकी Staff Complaint ऑफिसर को कर दी या किसी नौकर/कामवाली बाई ने आपके ऊपर झेडखानी का झूठा मुकदमा कर दिया।

*कमजोर शनि से जातक में धैर्य बिलकुल नही होता और अक्सर वो जल्दबाजी में गलत निर्णय ले बैठते है।
   
*इसका बेहतरीन उदाहरण-कई जातक अपनी कुंडली डालकर ज्योतिषी के पीछे हाथ-धोकर पड़ जाते है कि अभी सब बताओ..वही बलवान शनि वाले अपने धैर्य का परिचय देते है।

*एक अफ़्रीकी क्रिकेटर जो ज्योतिषी को बहुत मानता है अपने जिंदगी के सबसे  ख़राब फॉर्म से गुजर रहा था...अंत में वो एक ज्योतिष से मिला,ज्योतिष ने उससे पूछा की आपने कभी किसी वेटर को गाली या अपशब्द कहा है तो उस क्रिकेटर ने कहा की "कुछ महीनो पहले एक Bar में उसने काफी ज्यादा पी ली थी और बिल को लेकर हुए विवाद में उसने वेटर को काफी गाली दी थी"..बस फिर क्या,वेटर/सेवक  शनि के प्रतिनिधित्व में आते है अतः कमजोर शनि ने उसका धैर्य तोडा और इस कारण वो जल्दबाजी में गलत शॉट मारकर आउट हो रहा था।

*कमजोर शनि जातक को अच्छी आदतो से दूर करके बुरी आदत की ओर ले जाता है जैसे शराब/गुटखा/बीडी का सेवन,जुआ खेलना,सट्टा लगाना,अश्लील किताबे पढना आदि॥

*कमजोर शनि जातक में षडरिपु(काम,क्रोध,लोभ,मोह,मद,मत्सर) की मात्रा में वृद्धि करता है।जातक के जीवन में सात्विकता कम हो जाती है और तामसिकता में वृद्धि होती है।

कमजोर शनि को मजबूत करने के उपाय:-

*सबसे प्रभावशाली उपाय यही है की जातक को सुबह जल्दी उठना चाहिये और आलस्य का त्याग कर देना चाहिये। इससे धीरे-धीरे शनि मजबूत होकर अच्छे परिणाम देता है।

*सुबह नहाकर सबसे पहले एक बार हनुमान चालीसा पढ़े,मुस्लिम मित्र दिन की सबसे पहली नमाज जो सुबह तडके होती है वो जरुर अदा करे।

*जातक को कम से कम 5 मिनिट से चालु करके 20 मिनिट तक प्राणायाम करना चाहिए क्योकि कमजोर शनि एकाग्रता कम करता है और प्राणायाम(Meditation) से एकाग्रता बढती है॥

*जातक को सुबह सूर्य को अर्घ देना चाहिये क्योकि इससे शरीर में नयी ऊर्जा का संचार होता है।

*जातक को कोई भी काम Pending नही रखना चाहिए।जो काम हो संभव हो तो तुरंत ख़त्म करो।

*जातक को जितनी जरुरत हो उतना ही कर्ज लेना चाहिये और कर्ज के पैसे का दुरुपयोग कतई ना करे।

*अपने अधिनस्थ कर्मचारी या नौकर/सफाई कर्मचारी का सम्मान करे...कभी भी भिखारी को "चल हट"/"भिखारी कही का" ऐसा कहकर ना धुत्कारे बल्कि विनम्रता से मना कीजिये।

*आप कभी भी परिवार के साथ खाना खाने होटल जाये या तो अपनी आर्थिक स्थिति अनुसार वेटर को ₹10/₹20/₹50 अवश्य टिप दे और संभव हो तो उसके हाथो में स्वंय दे।

*जातक को कभी भी फटे जूते/चप्पल नही पहनना चाहिए,उन्हें तुरंत किसी मंदिर के पास छोड़ आना चाहिए।

*घोड़े की नाल/नाव की कील/लोहे का छल्ला दाये हाथ की मध्यमा ऊँगली में शनिवार की शाम को धारण करे।

*शनिवार के शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों/तिल के तेल का दीपक लगाकर अपनी मनोकामना माँगे।

*अंत में जब तक आप आलस्य नही त्यागोगे तो कोई उपाय काम नही करेगे अतः पहले आलस्य का त्याग करे।

*यदि आप ऊपर बताये गये उपाय श्रद्धापूर्वक करेगे तो आपका जीवन ना सिर्फ वैभवमयी होगा बल्कि तेजसपूर्ण भी होगा।

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