बुधवार, 3 जनवरी 2018

किन-किन ग्रहों की कौन सी दृष्टि होती है

सूर्य:- अपने बैठे हुए स्थान से सातवें स्थान को देखता है।

चन्द्र:- अपने बैठे हुए स्थान से सातवें स्थान को देखता है।

मंगल:- अपने बैठे हुए स्थान से चौथे, सातवें और आठवें स्थान को देखता है।

बुध:- अपने बैठे हुए स्थान से सातवें स्थान को देखता है।

गुरु:- अपने बैठे हुए स्थान से पांचवे, सातवें और नौवे स्थान को देखता है।

शुक्र:- अपने बैठे हुए स्थान से सातवें स्थान को देखता है।

शनि:- अपने बैठे हुए स्थान से तीसरे, सातवें और दसवें स्थान को देखता है।

*राहु और केतु की दृष्टि:-*

राहु और केतु को छाया ग्रह कहते हैं इनकी दृष्टि को लेकर हर ज्योतिषियों के अपने-अपने मत हैं कोई कहता है कि राहु और केतु अपने स्थान से पांचवे, सातवे और नौवे स्थान को देखता है तो कोई कहता है कि केवल सातवें स्थान को देखता है तो कोई कहता है कि राहु की दृष्टि होती है किंतु केतु की नही।

अतः सामान्य तौर पर राहु और केतु जहाँ बैठते हैं वहां के फल में कमी लाते हैं और सातवें भाव के फल में कमी लाते हैं किंतु इनका पूर्ण प्रभाव इनके बैठे हुए स्थान से पांचवे और नौवे भाव पर न पड़ने से उन भावों का फल पूर्णतया नष्ट नही होता अतः उन भावों के मिले-जुले फल मिलते रहते हैं।

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