*प्रत्येक ग्रह हमारे शरीर पर प्रभाव डालते है। जिससे की हमे बीमारियों का सामना करना पड़ता है।नीचे में बता रहा हूँ कि कौनसा ग्रह कौनसा रोग दे सकते है ⁉*
*सूर्य और रोग:*
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*★विवेक : विवेक खोना ।*
*★दिमाग : दिमाग और शरीर का दायां भाग सूर्य से प्रभावित होकर रोग देता है।*
*★अकड़न :सूर्य के कारण खराब होने पर शरीर में अकड़न आ सकती है।*
*★थूक का आना :मुंह में थूक आते रहता है।*
*★दिल का रोग :दिल के रोग का होना।*
*★धड़कन :धड़कन का कम-ज्यादा होते रहना ।*
*★दांतों : दांतों में तकलीफ का होना।*
*★बेहोशी और सिरदर्द :का रोग होना ।*
*चंद्र ग्रह और रोग :*
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*★दिल और बायां भाग : दिल और शरिर के (left) बायां भाग मे चंद्र ग्रह का प्रभाव होने से रोग देता है।*
*★रोग : सर्दी-जुकाम, मिर्गी, पागलपन, बेहोशी, मासिक धर्म, फेफड़े संबंधी रोगो का होना।*
*★मासिक धर्म : स्त्रि जात्का को मासिक धर्म ठीक से न होना।★स्मरण शक्ति कमजोर होना, ★मानसिक तनाव और मन में घबराहट होना, शंका और अनिश्चित भय का होना ।*
*★आत्महत्या : मन में आत्महत्या करने के विचार आते रहेना ।*
*मंगल और रोग :*
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*★रोग : नेत्र रोग, उच्च रक्तचाप, वात रोग, गठिया रोग, फोड़े-फुंसी, जख्मी या चोट। ।*
*★बुखार : बार-बार बुखार का आना ।*
*★रोग :शरीर में कंपन ,गुर्दे में पथरी,शारीरिक ताकत मे कमी ,।*
*★शरीर के जोड़ :शरीर के जोड़ मे समस्या का होना ।*
*★रक्त : मंगल से रक्त संबंधी बीमारी हो सकती है ।*
*★बच्चे पैदा होने मे समस्या हो सकती ।*
*बुध ग्रह और रोग :*
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*★तुतलाहट : तुतलाहट का होना।*
*★: सूंघने की शक्ति क्षीण होना ।*
*★दांतों : दांतों का खराब होना।*
*★मित्र : मित्र से संबंध ख़राब होना।*
*★बहन, बुआ और मौसी : बहन, बुआ और मौसी पर मुसीबत आना।*
*★नौकरी या व्यापार : नौकरी या व्यापार में हानि होना।*
*★बदनामी :बदनामी होती है। राहु हो तो बदनामी हेतु प्राण देने के मानसिक रूप रहते हैं l*
*गुरु ग्रह और रोग :*
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*रोग : पेचिश, रीढ़ की हड्डी में दर्द, कब्ज, रक्त विकार, कानदर्द, पेट फूलना, जिगर में खराबी ,अस्थमा, दमा, श्वास आदि के रोग, गर्दन, नाक या सिर में दर्द , वायु विकार, फेफड़ों में दर्द ।*
*राहु के रोग :*
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*रोग : गैस प्रॉब्लम, बाल झड़ना , उदर रोग, बवासीर, पागलपन ।*
*मानसिक तनाव : मानसिक तनाव का रहना ।*
*नाखून :नाखून का टूटते रहना ।*
*मस्तिष्क : मस्तिष्क में पीड़ा और दर्द का बने रहना ।*
*पागलखाने, दवाखाने या जेलखाने जा सकता है।*
*राहु अचानक से कोई बड़ी बीमारी पैदा हो सकती है।*
*केतु का रोग :*
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*पेशाब :पेशाब का रोग, कान, रीढ़, घुटने, लिंग, जोड़ की समस्या ।*
*संतान : संतान उत्पति में कठिनाई ।*
*बाल : सिर के बाल झड़ते हैं।*
*नसों :शरीर की नसों में कमजोरी का होना ।*
*चर्म रोग : चर्म रोग होता है।*
*कान :सुनने की क्षमता कमजोर होना ।*
*सूर्य और रोग:*
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*★विवेक : विवेक खोना ।*
*★दिमाग : दिमाग और शरीर का दायां भाग सूर्य से प्रभावित होकर रोग देता है।*
*★अकड़न :सूर्य के कारण खराब होने पर शरीर में अकड़न आ सकती है।*
*★थूक का आना :मुंह में थूक आते रहता है।*
*★दिल का रोग :दिल के रोग का होना।*
*★धड़कन :धड़कन का कम-ज्यादा होते रहना ।*
*★दांतों : दांतों में तकलीफ का होना।*
*★बेहोशी और सिरदर्द :का रोग होना ।*
*चंद्र ग्रह और रोग :*
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*★दिल और बायां भाग : दिल और शरिर के (left) बायां भाग मे चंद्र ग्रह का प्रभाव होने से रोग देता है।*
*★रोग : सर्दी-जुकाम, मिर्गी, पागलपन, बेहोशी, मासिक धर्म, फेफड़े संबंधी रोगो का होना।*
*★मासिक धर्म : स्त्रि जात्का को मासिक धर्म ठीक से न होना।★स्मरण शक्ति कमजोर होना, ★मानसिक तनाव और मन में घबराहट होना, शंका और अनिश्चित भय का होना ।*
*★आत्महत्या : मन में आत्महत्या करने के विचार आते रहेना ।*
*मंगल और रोग :*
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*★रोग : नेत्र रोग, उच्च रक्तचाप, वात रोग, गठिया रोग, फोड़े-फुंसी, जख्मी या चोट। ।*
*★बुखार : बार-बार बुखार का आना ।*
*★रोग :शरीर में कंपन ,गुर्दे में पथरी,शारीरिक ताकत मे कमी ,।*
*★शरीर के जोड़ :शरीर के जोड़ मे समस्या का होना ।*
*★रक्त : मंगल से रक्त संबंधी बीमारी हो सकती है ।*
*★बच्चे पैदा होने मे समस्या हो सकती ।*
*बुध ग्रह और रोग :*
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*★तुतलाहट : तुतलाहट का होना।*
*★: सूंघने की शक्ति क्षीण होना ।*
*★दांतों : दांतों का खराब होना।*
*★मित्र : मित्र से संबंध ख़राब होना।*
*★बहन, बुआ और मौसी : बहन, बुआ और मौसी पर मुसीबत आना।*
*★नौकरी या व्यापार : नौकरी या व्यापार में हानि होना।*
*★बदनामी :बदनामी होती है। राहु हो तो बदनामी हेतु प्राण देने के मानसिक रूप रहते हैं l*
*गुरु ग्रह और रोग :*
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*रोग : पेचिश, रीढ़ की हड्डी में दर्द, कब्ज, रक्त विकार, कानदर्द, पेट फूलना, जिगर में खराबी ,अस्थमा, दमा, श्वास आदि के रोग, गर्दन, नाक या सिर में दर्द , वायु विकार, फेफड़ों में दर्द ।*
*राहु के रोग :*
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*रोग : गैस प्रॉब्लम, बाल झड़ना , उदर रोग, बवासीर, पागलपन ।*
*मानसिक तनाव : मानसिक तनाव का रहना ।*
*नाखून :नाखून का टूटते रहना ।*
*मस्तिष्क : मस्तिष्क में पीड़ा और दर्द का बने रहना ।*
*पागलखाने, दवाखाने या जेलखाने जा सकता है।*
*राहु अचानक से कोई बड़ी बीमारी पैदा हो सकती है।*
*केतु का रोग :*
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*पेशाब :पेशाब का रोग, कान, रीढ़, घुटने, लिंग, जोड़ की समस्या ।*
*संतान : संतान उत्पति में कठिनाई ।*
*बाल : सिर के बाल झड़ते हैं।*
*नसों :शरीर की नसों में कमजोरी का होना ।*
*चर्म रोग : चर्म रोग होता है।*
*कान :सुनने की क्षमता कमजोर होना ।*
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