अमला योग-
परिभाषा -जिस जातक की कुंडली में चन्द्र लग्न से १० वे भाव में कोई भी शुभ ग्रह बुध, शुक्र, गुरु में से कोई भी ग्रह हो तो, इस योग का निर्माण होता है।
फल- जिस जातक की कुंडली में यह योग होता है , उसको अपने जीवन में सभी भौतिक सुख सुविधा प्राप्त होती है। यह जातक गुणवान , चरित्रवान , तथा प्रसिद्ध होता है। साथ ही पूरा जीवन सुख पूर्वक जीता है।
विशेष -इन ग्रहों के बलवान होने पर ही यह फल पूर्ण रूप से घटित होगा , अन्यथा कुछ मात्रा में फल जरूर मिलेगा।
नोट -अन्य ग्रहों की युति से फल बदल जायेगे।
परिभाषा -जिस जातक की कुंडली में चन्द्र लग्न से १० वे भाव में कोई भी शुभ ग्रह बुध, शुक्र, गुरु में से कोई भी ग्रह हो तो, इस योग का निर्माण होता है।
फल- जिस जातक की कुंडली में यह योग होता है , उसको अपने जीवन में सभी भौतिक सुख सुविधा प्राप्त होती है। यह जातक गुणवान , चरित्रवान , तथा प्रसिद्ध होता है। साथ ही पूरा जीवन सुख पूर्वक जीता है।
विशेष -इन ग्रहों के बलवान होने पर ही यह फल पूर्ण रूप से घटित होगा , अन्यथा कुछ मात्रा में फल जरूर मिलेगा।
नोट -अन्य ग्रहों की युति से फल बदल जायेगे।
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